September 3, 2025

बेरहम पुलिसवाला ,कंस मामा…? मासूम बालिकाओं के साथ मारपीट,शोषण की शिकायत …सड़क पर रोती मिली दोनों बहनें

1 min read

Oplus_16777216

Share this

बिलासपुर।21/07/2025(Cgupdate.in) Satish Sahu

बीती रात शहर की सड़क पर दो बदहवास बहने रोती हुई मिली दोनों लड़कियां बहुत ही घबराई हुई लग थी । लोगो को पता चलने पर तोरवा पुलिस को खबर की गई ।तोरवा पुलिस ने जब लड़कियों से जानकारी ली तो पता चला कि दोनों लड़कियां जशपुर की है और उनको रिश्ते के पुलिस मामा ने अच्छी शिक्षा और बेहतर जीवन का लालच देकर बिलासपुर लाया और दोनो बच्चियों से बंधुआ मजदूरी कराकर टॉर्चर किया। जशपुर जिले की दो नाबालिग बच्चियों को पढ़ाई का झांसा देकर लाया गया, फिर पुलिसकर्मियों के क्वार्टर में नौकरानी की तरह काम करवाया गया। घर का पूरा काम करने के बावजूद बच्चियों को डराकर, धमकाकर रखा गया।उनके साथ मारपीट की गई। इस बीच रविवार की रात किसी तरह दोनों बच्चियां वहां से भागने में सफल रहीं। अभी उन्हें सखी सेंटर में रखा गया है। जहां बच्चियों को बंधक बनाकर गया था, वो दोनों कॉन्स्टेबल हैं। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है।

जशपुर निवासी 13 साल और 16 साल की दो बच्चियों को उनके कथित रिश्तेदार पढ़ाई कराने की बात कहकर 6 महीने पहले सिरगिट्‌टी क्षेत्र के तिफरा स्थित पुलिस क्वार्टर में लेकर पहुंचे। जहां बंधक बनाकर रखा गया। उनके कथित रिश्तेदार सुधीर कुजूर और अरूण लकड़ा पुलिसकर्मी हैं। पुलिस क्वार्टर में इन बच्चियों से झाड़ू-पोंछा, बर्तन की सफाई समेत पूरा काम कराया जाता था। मारपीट और डांट-फटकार लगाकर काम करने के लिए डराते थे। कथित रिश्तेदारों के साथ करीब 6 महीने तक रहने के बाद प्रताड़ित दोनों बच्चियां रविवार को किसी तरह उनके चंगुल से छूटकर भाग निकलीं।

रविवार की रात बच्चियां तोरवा थाना क्षेत्र के लालखदान पहुंची, जब दोनों मोबाइल दुकान आई, तब उन्हें डरी-सहमी देखकर लोगों की भीड़ जुट गई। पूछताछ में बच्चियों ने आप बीती सुनाई। जिसके बाद उन्होंने चाइल्ड ट्रैफिकिंग का मामला बताकर तोरवा पुलिस को घटना की जानकारी दी। इस दौरान बच्चियों से पूछताछ कर उन्हें सुरक्षा के लिहाज से सखी सेंटर भेजा गया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उनके परिजन को भी बुलाया है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने दोनों बच्चियों का बयान दर्ज किया जाएगा। जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है ऐसा ही एक मामला अभिलाषा परिसर बिलासपुर से भी सामने आया था उसमें भी एक पुलिस परिवार की भूमिका थी।कुल मिलाकर पूरे मामले को चाइल्ड ट्रैफिकिंग से भी जोड़ कर देखा जा रहा है अब देखना होगा पुलिस प्रशासन पुलिस कर्मी के प्रति दोषी मिलने पर कड़ी कार्यवाही करती है या नही

Copyright © All rights reserved. | Newsphere by AF themes.